DEMAT ACCOUNT क्या होता है ?
DEMAT ACCOUNT वह Account होता है जिसके माध्यम से शेयर बाज़ार मे Shares or Securities कि खरीदारी और बेचदारी या trading कि जाती है. यह account भी bank account कि तरह ही काम करता है.इस account के माध्यम से ही हम NSE और BSE के शेयर्स कि trading कर सकते है और जिस तरह हम अपने बैंक खाते में पैसा रखते है उसी तरह हम DEMAT ACCOUNT में भी अपना पैसा रख सकते है.
- NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज)
- BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)
जो भी शेयर्स को लम्बे समय या long term के लिए 100 % payment करके खरीदते है उन शेयर्स को रखने के लिए हम DEMAT ACCOUNT का प्रयोग करते है. जैसे हमारी मूल्यवान चीजे बैंक के लाकर में हम रखते है वैसे हमारे शेयर्स Electronics form मे हम DEMAT ACCOUNT में रखते है. Government के दो Organizations है:-
- CDSL ( Central Depository Securities Limited )
- NSDL (National Securities Depository Limited )
इन दोनो में से एक में ही DEMAT ACCOUNT खोला जाता है और Trading account ब्रोकर के पास होता है.
तो अब तक आपको यह समझ आ ही चुका होगा कि इस ACCOUNT के माध्यम से ही लोग शेयर बाज़ार में शेयर को खरीदते और बेचते है और हाँ PAN कार्ड के बिना आप DEMAT ACCOUNT नही खुलवा सकते. PAN कार्ड नही है तो बनवा लीजिए जोकि एक माह के भीतर बनकर आ जाता है और PAN कार्ड बन जाने के बाद आप DEMAT ACCOUNT खुलवा सकते है.
DEMAT ACCOUNT कहाँ खोले और कैसे
जिस बैंक मे आपका SAVING ACCOUNT या CURRENT ACCOUNT है उस बैंक के माध्यम से भी आप अपना DEMAT ACCOUNT खुलवा सकते है या फिर आप BROKER के माध्यम से भी खुलवा सकते है. जैसे:-
- Zerodha
- Motilal Oswal
- Angel Broking
- Upstox
- Sharekhan
अगर आपको शेयर कि खरीदारी या बेचदारी करनी है तो आप ब्रोकर के माध्यम से भी कर सकते है क्योंकि ब्रोकर के पास authorized license होता है buy और sell करने का लेकिन जब आप बैंक से Demat account खोलते है तो brokerage charges बहुत अधिक होता है इससे अच्छा है की आप किसी अच्छे ब्रोकर के पास अपना खाता खोले.
जब आप किसी ब्रोकर के पास अपना DEMAT ACCOUNT खोलते है तो आपका account दो और account से लिंक किया जाता है:-
- Saving account
- Trading account
Saving account के बारे में आपको तो पता ही होगा और Trading account ब्रोकर के पास होता है मतलब जब भी हम ट्रेडिंग करते है तो सारा पैसा ट्रेडिंग अकाउंट से क्रेडिट और डेबिट होता है. Trading account खुलने के बाद ब्रोकर आपको एक प्लेटफार्म देता है.
जैसे कि online software, mobile app जिसका इस्तेमाल करके आप बहुत आसानी से शेयर को खरीद और बेच सकते है. लेकिन आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि जो ब्रोकर आपको अच्छी सेवा प्रदान कर पाए उसी से आपको अपना DEMAT ACCOUNT खुलवाना चाहिए.
अब आपके दिमाग में यह चल रहा होगा की ऐसे ब्रोकर या service provider को कैसे पहचाने तो बिल्कुल भी घबराइए मत मै आपको कुछ ऐसी बाते बताऊंगा जो आपको ध्यान में रखनी होगी और वो सभी चीजे अपने ब्रोकर के अंदर देखनी है कि वो मुझे ऐसी service दे पाएंगा या नही.
अगर आप out of स्टेशन है और आपके मोबाइल में नेटवर्क कि दिक्कत है तो आप अपने service provider को कॉल करके training कर सकते है ऐसी सुविधा आपके service provider में होनी चाहिए.
जो software provide करते है वो इस्तेमाल करने में आसान हो.
आपको कभी भी trading से सम्बन्धित समस्या हो तो service provider का customer base समस्या का समाधान करने के लिये समय पर मौजूद होना चाहिए.
इन सारी बातो को ध्यान में रखते हुए आप अपने लिए अच्छा service provider या ब्रोकर ढूढ सकते है.
DEMAT और TRADING ACCOUNT कहाँ खोले:- विस्तार में जाने
दोस्तों किसी भी brokerage में account खुलवाने से पहले हमारे दिमाग में तीन बाते आना लाजमी है और इन बातो का ध्यान में रखना बहुत ज़रूरी हो जाता है. जैसे account में जो हमने निवेश किया है उसकी safety को लेकर कोई दिक्कत तो नही होंगी, दूसरी बात brokerage charges जो होते है उसको लेकर हम जानना चाहते है और यह बात भी आपके दिमाग में जरुर आती होंगी कि software या टेक्नोलॉजी कैसी होंगी हम उसे आसानी से समझ पाएंगे या नही.
तो आज हम तीनो बातो को compare करके आपको बतायेंगे कि क्या बेहतर होगा आपके लिये और जिससे आपको भी पता चल पाए कि DEMAT और TRADING ACCOUNT खोलने के लिए कौन सा brokerage आपके लिए अच्छा रहेंगा.
पहले बात करते है safety कि वैसे तो सारे brokerage को SEBI regulate करता है और सभी को NSE and BSE से License मिलता है और इसी चीज़ का फायदा उठा के हर छोटा ब्रोकर आपसे बोलेंगा कि हम SEBI regulated है या हम भी NSE BSE से regulated है मतलब हम भी उतना ही safe है. लेकिन ऐसा ज़रूरी नही है क्योंकि जैसे हर License University, registered यूनिवर्सिटी या स्कूल अच्छा नही होता वैसे ही हर registered semi broker या NSE और BSE से registered ब्रोकर अच्छा नही होता क्योंकि रेगुलेशन यह वादा नही करता कि आपका पैसा safe रहेंगा या नही.
जैसे कुछ वर्षो पहले दिल्ली के एक ब्रोकर ने डिफ़ॉल्ट कर दिया था और उसे दिवालिया घोषित कर दिया गया था क्योंकि उसके पास लोगो को लौटाने के लिए पैसे ही नही बचे थे. तो ऐसे में SEBI से registered होना काफी नही है. तो इससे यह पता चलता है कि हमे ऐसे ब्रोकर से जुड़ना चाहिए जो हमारी safety का ध्यान रखे.
हो सकता है आप छोटे मोटे ब्रोकर से जुड़े तो brokerage पर दाम आपको अच्छा मिले और वो आपका account भी free में खोल दे और वो आपको अच्छी से अच्छी service देने का वादा भी करे. लेकिन अगर वो दिवालिया हो गया तो आपको पैसा वसूल ने में बहुत दिक्कत हो जायेंगी, तो आपको safety को ध्यान में रखते हुए reputed ब्रोकर से ही जुड़ना चाहिए. जिससे आपको अपनी safety मिल सके और भविष्य में आपको कोइ दिक्कत ना हो.
अब बात करते है charges कि वैसे तो DEMAT और TRADING ACCOUNT में तीन प्रकार के charges लगते है:-
- Account opening charge
- Yearly maintenance charges
- Brokerage charge
1- Account opening charge : कुछ सालो पहले जब account open होते थे तो 5000 से 6000 रूपए में account खुलता था लेकिन अब तो 300 से 500 रूपए में खुल जाता है. पिछले कुछ सालो में इसमें काफी गिरावट आयी है लेकिन अभी भी कुछ बैंक और कुछ पुराने brokers है जो 1000 रूपए के आस पास charge लेते है. जिसकी कोई जरुरत ही नही है और वो अभी भी over charge कर रहे है और ऐसे लोगो के पास जाने कि कोई जरुरत नही है और यह charge सिर्फ account खोलने के समय पर दिया जाता है.
2- Yearly maintenance charge: यह charge आपको हर साल एक बार देना ज़रूरी है.
3- Brokerage charge: यह जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी है. इसमें ब्रोकर ½ % प्रतिशत charge करते है मानलीजिये अगर आपने 10000 रूपए के शेयर ख़रीदे है तो आधा प्रतिशत ½ % उनका brokerage हो गया यानी 50 रूपए वो इस पर charge करेंगे. ऐसे में आप साल भर में transaction करते है तो आपको पता भी नही चलता कि कई हज़ार रूपए तो आप सिर्फ brokerage में दे देते है.
इसीलिए इस cost को बचाना बहुत ज़रूरी है.कुछ ऐसे बैंक और traditional brokers अभी भी है जो आपको यह कहकर ज्यादा brokerage लेते कि हम आपको full service देंगे. अब वो full service के नाम पर क्या होता है.
मै आपको बताता हूँ पहले वो आपको रोज stock tips भेज देंगे वो भी कई सारी stock tips क्योंकि उनका मकशद आपकी मदद करना नही होता उनका मकसद यह होता है कि अगर वो stock tips आपको फ्री में भेजेंगे तो आप ललचायेंगे कि चलो invest करता हूँ और इससे उनका brokerage बढ़ेगा तो इससे पता चलता है कि वो stock tips सिर्फ और सिर्फ अपने brokerage के चक्कर में भेजते है.
अक्सर अभी भी कुछ brokers कहते है कि आप फ़ोन पर trade कर सकते है, यह फिर आपको कोई दिक्कत आये तो आप ब्रांच आ जाए हम उस दिक्कत को solve कर देंगे. लेकिन अब फ़ोन पर trade कि कोई जरुरत नही है यह उस समय ज़रूरी होता था जब इन्टरनेट कि स्पीड अच्छी नही हुआ करती थी और mobile app नही होती था.
अगर आप इस field में आना चाहते है तो आपका मकसद यह होना चाहिए कि brokerage कम से कम हो ताकि जिससे आपकी yearly saving हो सके.
DEMAT ACCOUNT खोलने के ज़रूरी दस्तावेज:-
- PAN Card
- Aadhar Card
- Cancel Cheque or
- Last 6 Month Bank Statement
DEMAT account के फायदे- Benefits of DEMAT ACCOUNT
1- Automatic transaction of Shares : जब भी आप शेयर्स को खरीदते है या transaction करते है तो automatically शेयर्स उसी समय आपके DEMAT account में आ जाते है.
2- No concern involving loss, theft, robbery: इसमें न किसी प्रकार कि हानी, चोरी और robbery होने का कोई डर नही है.
3- Foreign investor trust the Indian exchanges: विदेशी लोगो में भी कुछ सालो से विशवास बढ़ा है और वो भी भारत बाज़ार में पैसा लगाने में पीछे नही रहते.
4- Setting Ownership of shares is easier: पहले के मुकाबले अब शेयर्स कि ownership लेना बहुत ही आसान हो गया है.
5- Invest in MFs,ETFs,Commodities : DEMAT ACCOUNT के माध्यम से अब आप म्यूच्यूअल फण्ड और ETs में आसानी से निवेश कर सकते है.
6- Updation of Demat Account can be done online : अगर आप कोई Detail update करना चाहते है तो online बहुत ही आसानी से कर पाएंगे बिना कोई परेशानी के आप कर पाएंगे.
Transaction कैसे होता है- How Transaction Work
मान लिजिये कुछ trading के product है जैसे future और option इनका DEMAT ACCOUNT पर कोइ भी impact नही होता आपको अपने saving account से पैसे transfer करके trading account में लेने पड़ते है जो भी amount हम अपने trading account में लेते है उसे pay in कहते है और जो भी amount हम trading account से saving account में लेते है उसे हम pay out कहते है. जो भी हम trade करते है उसका सीधा impact trading account पर पड्ता है. जैसे intraday profit or loss और margin इनका DEMAT ACCOUNT पर कोई impact नही पड़ता.
लेकिन जब हम delivery में शेयर्स खरीदते है तो इसका impact दोनो DEMAT और TRADING ACCOUNT पर पड़ता है, जिसके लिए आपको पूरा payment करना ज़रूरी है.
Conclusion:-
DEMAT ACCOUNT और TRADING ACCOUNT के माध्यम से अब बहुत ही आसानी से शेयर्स को खरीद और बेच सकते है. पहले के मुकाबले अब ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान हो चुका है और demat account खोलने कि प्रक्रिया बहुत ही आसान है.
मुझे उम्मीद है कि अब आप समझ ही चुके होंगे कि Demat Account क्या है और Demat account कहाँ खोले. अगर आपको फिर भी कुछ समझ नही आया या फिर आप कुछ और जानना चाहते है तो आप मुझसे comment करके पूछ सकते हो मै आपकी पूरी मदद करूंगा.